लेखनी कहानी -14-Aug-2023
आया आज़ादी पर्व
मन क्यों न करे गर्व।
शहीदों ने निभाया कर्त्तव्य
देश सम्भले, हमारा कर्त्तव्य ।
घनघोर घटा तुफानी
कड़कती बिजली पूरजोर
वतनपरस्तों का था ऐसा शोर
दुश्मनों का चला न जोर।
साध लिया था बाध्य को
मुक्त कराने ’ भारत माता ’ अराध्य को।
थर्राए लोगों से , उनकी कंपकंपी छुटी थी
आवाहन की करामात अनुठी थी।
भारत माता की जंजीर को तोड़ना पड़ा
और अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा।
शहीदों की कुर्बानी को न भूलें कभी
आओ मिलकर कसम खाएं
आजादी का पावन पर्व है आया
आओ मिलकर तीरंगा फहराएं।
madhura
19-Aug-2023 07:04 AM
awesome
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